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Why do we celebrate Rakshabandhan? In Hindi रक्षाबंधन हम क्यों मनाते हैं? हिंदी में

 रक्षाबंधन हम क्यों मनाते हैं?





हेलो दोस्तों मेरा नाम भुनेश्वर साहू है।  और आज मैं आपको बताऊंगा कि रक्षाबंधन क्यों मनाते हैं ? इसके पीछे क्या कारण है क्या पुरानी मान्यता है |

 एक समय की बात है , जब महाभारत काल चल रहा था ,तब श्री कृष्ण की एक बुआ थी उनके पुत्र का नाम शिशुपाल था।  शिशुपाल का जब जन्म हुआ तब बहुत विचित्र था जन्म के समय उसकी तीन आंखें 4 हाथ और वह गधे की तरह रो रहा था।  यह देख कर शिशुपाल के माता पिता बहुत ही चिंतित हुए उन्हें लगा कि उनके घर मेरे पुत्र के रूप में कोई राक्षस पैदा हुआ है।  उसी समय एक आकाशवाणी हुई 

और कहा गया कि हे ! राजा जिसके स्पर्श मात्र से ही तुम्हारे पुत्र का शरीर ठीक हो जाएगा उसी के हाथों तुम्हारे पुत्र का वध होगा।  यह सुनकर उनके माता श्री ने सभी को अपने घर जन्मोत्सव में बुलाया सभी लोगों ने बारी-बारी से शिशुपाल को अपने गोद में खिलाए उसके बाद श्री कृष्ण जी द्वारा बच्चे को गोद में लेने पर बच्चा ठीक हो गया यह देख शिशुपाल के माता जी की श्री कृष्णा से हाथ जोड़कर विनती करते हैं । हे

 कृष्ण मेरे पुत्र की मृत्यु तुम्हारे हाथों होगी तुम मेरे पुत्र के छोटे-मोटे भूल को माफ करना और मेरे पुत्र का वध मत करना।  तो प्रभु श्री कृष्णा कहते हैं ! 

हे बुआ अगर यह विधि विधान में लिखा है तो यह होकर रहेगा मैं विधि के विधान को नहीं टाल सकता लेकिन मैं शिशुपाल का 100 गलती माफ करूंगा। यहां वचन श्री कृष्ण जी अपने बुआ को दिया । फिर शिशुपाल बड़ा होता है।

 तब गलती पर गलती करता है, जब उसके सौ गलती पूरे हो जाते हैं तब श्री कृष्ण अपने सुदर्शन चक्र से शिशुपाल का वध कर देते हैं । जब सुदर्शन चक्र  शिशुपाल का वध कर वापस आता है। 

तब भगवान श्री कृष्ण की उंगली में चोट लग जाते हैं, तब महारानी द्रौपदी अपने साड़ी के फॉल को फाड़ कर प्रभु श्री कृष्ण के हाथों को बांधते हैं तब श्री कृष्ण उनसे कहते हैं! 

 की जब भी तुम्हारे ऊपर कोई संकट आएगा तब मैं तुम्हारी रक्षा के लिए वहां मौजूद होगा इसी वचन को निभाने के लिए भगवान श्री कृष्ण जब द्रोपति का वस्त्रहरण होता है , तब उनकी रक्षा के लिए श्री कृष्ण जी आते हैं । तभी से हम रक्षा बंधन मनाते हैं



ये दोनों ही शब्द मिलकर एक भाई-बहन का प्रतिक होते हैं. यहाँ ये प्रतिक केवल खून के रिश्ते को ही नहीं समझाता बल्कि ये एक पवित्र रिश्ते को जताता है. यह त्यौहार खुशी प्रदान करने वाला होता है वहीँ ये भाइयों को ये याद दिलाता है की उन्हें अपने बहनों की हमेशा रक्षा करनी है. 


वह श्रावण पूर्णिमा का दिन था। लोगों का विश्वास है कि इस युद्ध में इसी धागे की मंत्रशक्ति से इन्द्र की विजय हुई थी। उसी दिन से श्रावण पूर्णिमा के दिन रेशमी धागा बांधने की प्रथा चली आ रही है।


Raksha Bandhan 2022: रक्षाबंधन हिंदू महीने श्रावण की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है. इस वर्ष यह 22 अगस्त को मनाया जा रहा है. यह त्‍यौहार अपनी बहन के लिए भाई के प्यार का जश्न मनाता है. ... भाई अपनी बहनों से वादा करते हैं कि वे विपत्ति के दौरान उनकी रक्षा करेंगे और साथ ही इस दिन उपहार भी देते हैं.


नोट यह कहानी अधूरी है दोस्त बहुत ही जल्द इसको पूरा कर दिया जाएगा धन्यवाद दोस्तों



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5 टिप्‍पणियां:

  1. Osm logg hai bhai ase aage badte raho... 💯♥♥♥👌👌👌

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    1. धन्यवाद भाई ऐसे ही आपका प्यार मिलता रहे भाई

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  2. बहुत सुंदर 👍👍

    आपने सभी पर्व के बारे मे हमे जानकारी होना चाहिए कि वह पर्व क्यो और किस लिए मानते है । 🌷

    आपने इसके बारे मे बता करके सभी को एक अच्छा सन्देश दे रहे है सभी बच्चों को इन सभी की जानकारी होना चाहिए ताकि आगे चल करके यहा सभी तेव्हार अच्छे से मनाया जा सके । 💐
    सच मे आप ने बहुत ही सही जानकारी सही समय पर दिया ।✍🏻
    आपका बहुत बहुत धन्यवाद ऐसे ही आगे और आगे बढ़ते रहो ।👍👍🙏🙏

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